[100+]Bewafa Shayari In Hindi | बेवफा शायरी
Bewafa Shayari in Hindi : आज हम इस पोस्ट में बेवफा शायरी लाये हैं । बेवफा वह है जो प्यार में वफादारी नहीं निभाते एक बेवफा का दिल दुसरे दिल की गहराई को नहीं समझता उसे अपने आशिक के दर्द का कोई एहसास नहीं होता । इसी लिए हम इस पोस्ट को उन बेवफा लोगो को खास यह Bewafa Shayari in Hindi लाये हैं जो किसी का दर्द नही समझते जो प्यार करके छोड़ कर चले जाते हैं किसी का दर्द नही समझते उन लोगो जरुर यह शायरी शेयर करें ।
मुझसे बिछड़ कर भी वो लड़की कितनी ख़ुश ख़ुश रहती है उस लड़की ने मुझसे बिछड़ कर मर जाने की ठानी थी
मैं तेरे बाद कोई तेरे जैसा ढूँढता हूँ जो बेवफ़ाई करे और बेवफ़ा न लगे
जहाँ से जी न लगे तुम वहीं बिछड़ जाना मगर ख़ुदा के लिए बेवफ़ाई न करना
हम से क्या हो सका मोहब्बत में ख़ैर तुम ने तो बेवफ़ाई की
इक अजब हाल है कि अब उस को याद करना भी बेवफ़ाई है
वो बेवफ़ा है तो क्या मत कहो बुरा उसको कि जो हुआ सो हुआ ख़ुश रखे ख़ुदा उसको
इंसान अपने आप में मजबूर है बहुत कोई नहीं है बेवफ़ा अफ़्सोस मत करो
कुछ तो मजबूरियाँ रही होंगी यूँ कोई बेवफ़ा नहीं होता
सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगा इतना मत चाहो उसे वो बेवफ़ा हो जाएगा
फिर उसी बेवफ़ा पे मरते हैं फिर वही ज़िंदगी हमारी है
दिल भी तोड़ा तो सलीक़े से न तोड़ा तुम ने बेवफ़ाई के भी आदाब हुआ करते हैं
आँखों की नींद दोनों तरह से हराम है उस बेवफ़ा को याद करें या भुलाएँ हम
काम आ सकीं न अपनी वफ़ाएँ तो क्या करें उस बेवफ़ा को भूल न जाएँ तो क्या करें
वो बेवफ़ा है तो क्या मत कहो बुरा उसको कि जो हुआ सो हुआ ख़ुश रखे ख़ुदा उसको
ये दुक्ख अलग है कि उससे मैं दूर हो रहा हूँ ये ग़म जुदा है वो ख़ुद मुझे दूर कर रहा है
नहीं लगेगा उसे देख कर मगर ख़ुश है मैं ख़ुश नहीं हूँ मगर देख कर लगेगा नहीं
उसे भी साथ रखता, और तुझे भी अपना बना लेता अगर मैं चाहता, तो दिल में कोई चोर दरवाज़ा बना लेता
हमको दिल से भी निकाला गया, फिर शहर से भी हमको पत्थर से भी मारा गया, फिर ज़हर से भी
उसके चाहने वालों का आज उसकी गली में धरना है यहीं पे रुक जाओ तो ठीक है आगे जाके मरना है
वक़्त रहता नहीं कहीं टिक कर आदत इस की भी आदमी सी है
ये बेवफा😔 वफा💑 की कीमत क्या जाने ये बेवफा😔 गम-ए-मोहब्बत💘 क्या जाने जिन्हें मिलता है हर मोड पर नया हमसफर वो भला प्यार❤️ की कीमत क्या जाने
कैसी मोहब्बत💘 है तेरी महफ़िल में मिले, तो अंजान कह दिया तन्हा🚶♂️ जो मिले, तो जान कह दिया…
काश कैद कर ले वो पागल, मुझे अपनी डायरी में… जिसका नाम छिपा होता है मेरी हर शायरी में…
कोई प्यार❤️ में दिल💔 तोड़ देता है तो कोई भरोसा✊ तोड़ देता है कुछ सीखना है तो उस गुलाब🥀 से सीखे जो खुद टूट के दो दिलों💔 को जोड़ देता है…
तुम नहीं मिले तो क्या हुआ😑 सबक़ तो मिल गया…🙁
क्यों जिंदगी इस तरह तुम दूर हो गए, क्या बात है जो इस तरह मगरूर हो गए, हम तरसते रहे तुम्हारा प्यार❤️ पाने को, बेवफा😔 बनकर तुम तो मशहूर हो गए
मत पूछो दोस्तों ये इश्क़🧡 कैसा होता है, जो रुलाता😢 है ना उसके ही गले लग के रोने को जी चाहता है…
टूटे हुए प्याले में जाम नहीं आता, इश्क़🧡 में मरीज को आराम नहीं आता, ये बेवफा😔 दिल💔 तोड़ने से पहले ये सोच तो लिया होता, के टुटा हुआ दिल💔 किसी के काम नहीं आता
झूठ बोलकर भरोसा✊ तोड़ने से अच्छा है, सच बोलकर रिश्ता👫 तोड़ लिया जाए, रिश्ता👫 फिर जुड़ जाएगा, भरोसा✊ कभी नहीं जुड़ता…
हमने भी कभी प्यार❤️ किया था, थोड़ा नही बेशुमार किया था, दिल💔 टूट कर रह गया जब उसने कहा, अरे मैंने तो मज़ाक किया था…
इतने बुरे😈 ना थे जो ठुकरा दिया तुमने हमें, 😒 तेरे अपने फैसले पर एक दिन☝️ तुझे भी अफसोस होगा…😐
कभी ग़म तो कभी तन्हाई🚶♂️ मार गयी, कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी, बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने, आखिर में उनकी ही बेवफाई😔 मार गयी
ज़िंदगी रही तो हर दिन तुम्हे याद करते रहेंगे, भूल गया तो समझ लेना भगवान ने हमें याद कर लिया…
सिर्फ दिल💔 टूटा है, धड़कनों💗 में रवानी अभी बाकी है…😑 प्यार का किस्सा खत्म हो गया तो क्या हुआ😕 जिंदगी की कहानी अभी बाकी है….😐😞
खुदा ने पूछा क्या सजा दूँ उस बेवफा को, दिल ने कहा मोहब्बत हो जाए उसे भी, और कोई छोड़ के चले जाये उसे भी !
दिल में आने का तो रास्ता होता है पर, जाने का नही इस लिए जब भी कोई इंसान जाता है, दिल तोड़ कर ही जाता है !
तुम क्या जानो बेवफाई की हद ये दोस्त, वो हमसे इश्क सीखता रहा किसी और के लिए !
हमको दिल से भी निकाला गया, फिर शहर से भी, हमको पत्थर से भी मारा गया, और जहर से भी !
तेरी बेवफाई का गम तो नहीं, मगर तू बेवफा है दुःख ये भी कम नहीं !
तुम नहीं मिले तो क्या हुआ, सबक तो मिल गया !
जहाँ से जी ना लगे तुम वहीं बिछड़ जाना, मगर खुदा के लिए बेवफाई ना करना !
बेवफा तो वो खुद हैं, पर इल्ज़ाम किसी और को देते हैं, पहले नाम था मेरा उनके लबों पर, अब वो नाम किसी और का लेते हैं !
मेरे फन को तराशा है सभी के नेक इरादों ने, किसी की बेवफाई ने किसी के झूठे वादों ने !
अपने जुल्म और सितम का हिसाब क्या दोगे, जब खुद बेवफा हो उसका जवाब क्या दोगे !
अगर तुम अब भी मेरी हो जाओ तो मैं, दुनिया की हर किताब से बेवफा लफ्ज मिटा दूंगा !
कुछ न मिला तो तेरा ही नाम लिखूंगा, ओ बेवफा मैं तुझी पर सारे इल्जाम लिखूंगा !
तेरी बेवफाई ने मेरा ये हाल कर दिया है की, अब मैं नही रोता मुझे देख कर लोग रोते हैं !
तुम साथ थी तो जन्नत थी मेरी ज़िन्दगी, अब तो हर साँस ज़िंदा रहने की वजह पूछती है !
खोज तो लेते उन्हें आखिर सच्चा प्यार जो किया था, पर रोक दी तलाश हमने क्योंकि वो खोये नहीं बेवफा निकले !
हमें न इश्क़ मिली न मोहब्बत मिली, हमको जो भी मिला बेवफा यार मिला, अपनी तो बन गयी बेवफ़ा ज़िन्दगी, हर कोई जरुरत का तलबगार मिला !
प्यार करना हमें नहीं आता, इसलिए अपना प्यार हार गए हमारी ज़िन्दगी से उन्हें बहुत प्यार था, इसलिए वो बेवफा हमें जिंदा ही मार गए !
किसी से इतनी उम्मीद न करें कि आशा के साथ-साथ आप भी टूट जाएं !
ये मोहब्बत करने वाले भी बहुत अजीब हैं, वफा करो तो रुलाते हैं और बेवफाई करो तो रोते हैं !
इश्क करने का नतीजा दुनिया मे हमने बुरा देखा, जिनसे वादा था वफा का उन्हें भी हमने बेवफा देखा।
हम इश्क में वफा करते करते बेहाल हो गए और वो बेवफाई करके भी खुशहाल हो गए !
दुनिया वालों का भी अजीब दस्तूर है, बेवफाई मेहबूब से मिलती है, और बेवफा मोहब्बत बन जाती है !
दूरी और बेरुखी का जब उनसे जवाब माँगा गया, तो हमें बेवफा बना के हमसे रिश्ता तोड़ने का जवाब दिया !
बादलों ने गरजना छोड़ दिया, बारिशों ने बरसना छोड़ दिया, आप तो हमको भूल गए इसीलिए हमने भी आपके लिए तरसना छोड़ दिया !
अर्ज़ किया है- वफा-ए दिनों को याद करते है, तू अब भी मिल जाये फर्याद करते है, तेरी बेवफाई को अब भी भुला देंगे हम, वफाओ से तेरी जिन्दगी महका देंगे हम !
तेरा दिया हुआ जख्म मेरे काम आ गया, भरी महफिल में मैंने बेवफा कहा, और सब के लबो पे तेरा नाम आ गया !