नफरत इतनी मजबूत भावना है और विश्वास टूटने पर इसे दूर करना बहुत मुश्किल हो सकता है। ऐसा महसूस हो सकता है कि आपकी दुनिया उलटी हो गई है और आप इतने अकेले और असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यह कोशिश करना और याद रखना महत्वपूर्ण है कि दुनिया में अभी भी अच्छाई है और हर कोई आपको चोट पहुंचाने के लिए तैयार नहीं है। अपने आप को ठीक करने के लिए कुछ समय निकालें और फिर उस व्यक्ति को क्षमा करने का प्रयास करें जिसने आपका विश्वास तोड़ा है। यह आसान नहीं होगा लेकिन यह इसके लायक है।
इन से जुडी कुछ शायरी आपके लिए लाये है। आशा करते है की आपको पसंद आये।
धन्यवाद !
दुनिया को हकीक़त मेरी पता कुछ भी नहीं, इलज़ाम हज़ारों है और खता कुछ भी नही, दिल में क्या है ये पढ़ न सकोगे, सारे पन्ने बिखरे हुए है, और लिखा कुछ भी नही.!
दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता, रोता है दिल जब वो पास नहीं होता, बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में, और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता। 💔
तू देख या न देख, तेरे देखने का ग़म नहीं, तेरा न देखना भी तेरे देखने से कम नहीं, सामिल नहीं हैं जिसमे तेरी यादे वो जिन्दगी भी किसी जहनुम से कम नहीं."
चाँद की चादँनी देखी, मौजो की रवानी देखी मगर जब से कोई रूठा, नहीं कोई जीशानी देखी खुश रहे वो हमेशा ये दुआ अजा़नो में रही और दिन महीने साल यूं गुजरते जाये तबियत से उनकी कामयाबी जिन्दगानी में देखी |
चिंगारी का खौफ न दो हमें, दिल में आग का दरिया बसाये बैठे हैं, जल जाते कब के इस आग में, मगर खुद को आंसुओं में भिगोये बैठे हैं।
Dard Nafrat Shayari
जाने क्या खता है मेरी ए खुदा, की हर मोड़ पर आजमा लेता है तू, चाहत रखता हूँ जिस चीज़ की, उसे किसी और का बना देता है तू.
जिनकी नजरो मे "हम" नही अच्छे। कुछ तो "वो" लोग भीँ बुरे होगे।
Dard ko Bhi Dard Hone Laga Dard Khud Hi Mere Ghaao Dhone Laga Dard Ke Liye Main Na Roya Lekin Dard Mujhe Chhu kar Khud Rone Laga
Dard ka ehsas janna hai to pyar kar ke dekho,Apni aankho me kisi ko utar kar dekho, Chot unko lagegi aansu tumhe aa jayenge, Ye ehsas janna ho to dil haar kar dekho. :)
Sab ke hote hue bhi tanhai milti hai, Yaado me bhi gam ki parchai milti hai, Jitni bhi Dua karte hai kisi ko pane ki, Utni hi jyada unse Bewafai milti hai…
Samjha Na Koi Dil Ki Baat Ko, Dard Duniya Ne Bina Soche Hi De Diya, Jo Sah Gaye Har Dard Ko Hum Chupke Se, To Humko Hi Patthar-Dil Kah Diya…
जिनकी नजरो मे "हम" नही अच्छे। कुछ तो "वो" लोग भीँ बुरे होगे।
जाने क्या खता है मेरी ए खुदा, की हर मोड़ पर आजमा लेता है तू, चाहत रखता हूँ जिस चीज़ की, उसे किसी और का बना देता है तू.
Dard Kitna Hai Bata Nhi Sakte, Zakham Kitne Hain Dikha Nhi Sakte, Aankhon Se Samajh Sako To Samajh Lo, Aansu Gire Hai Kitne Gina Nahi Sakte..
Dard Nafrat Shayari
Koi Mila Hume Chand Ki Chandni Ban Kar Koi Mila Pariyo Ki Kahani Ban Kar Par Jis Kisi Ko Palko Me Basaya Humne Wo Nikal Gaya Aakh Se Pani Ban Kar…
Nikle jab aansu uski Aankho se, Dil karta hai sari Duniya jala du, Phir Sochta hu honge Duniya me uske bhi apne, Kahin anjane me use aur na Rula du.
Dard Kya Hota Hai Batayenge Kisi Roz, Kamal Ki Ye Ghazal Sunayenge Kisi Roz Udne Do In Parindo Ko Azad Fizaon Mein Jo Mere Hue To Lout Ke Ayenge Kisi Roz…
Dard jitna hai meri nigahon me, na de khuda kisiki raho me, bitana chahte they zindagi jinki bahon me Shayad maut bhi na mil payegi unki panaho me…
Tumare Nafrat Par Bhi Luta Di Zindgi Hamne... Socho Agar Tum Mohbbat Karte Toh Ham Kya Kya Kar Jate...
हौंसला तुझमें न था मुझसे जुदा होने का, वरना काजल तेरी आँखों में न फैला होता.
लिखना तो था कि खुश हूँ तेरे बगैर भी, आँसू मगर क़लाम से पहले ही गिर गए.
सिर्फ चेहरे की उदासी पर आए आँसू, दिल का आलम तो अभी आप ने देखा ही नहीं.
मोहब्बत करना गुनाह नहीं है, लेकिन हमारी मोहब्बत से मोहब्बत करना गुनाह है.
एक ज़ख़्म नहीं यहाँ तो सारा वजूद ही ज़ख़्मी है, दर्द भी हैरान है कि उठूँ तो कहाँ से उठूँ .
नफरत है मुझे उस दिन से जिस दिन मुझे तुमसे मोहब्बत हुई थी
कभी उसने भी हमें चाहत का पैगाम लिखा था, सब कुछ उसने अपना हमारे नाम लिखा था, सुना है आज उनको हमारे जिक्र से भी नफ़रत है, जिसने कभी अपने दिल पर हमारा नाम लिखा था।
उसने नफ़रत से जो देखा है तो याद आया, कितने रिश्ते उसकी ख़ातिर यूँ ही तोड़ आया हूँ, कितने धुंधले हैं ये चेहरे जिन्हें अपनाया है, कितनी उजली थी वो आँखें जिन्हें छोड़ आया हूँ।
जरूरत है मुझे नये नफरत करने वालों की, पुराने तो अब मुझे चाहने लगे है।
नफ़रत हो जायेगी तुझे अपने ही किरदार से, अगर मैं तेरे ही अंदाज में तुझसे बात करुं।
वो नफरतें पाले रहे हम प्यार निभाते रहे, लो ये जिंदगी भी कट गयी खाली हाथ सी।
बैठ कर सोचते हैं अब कि क्या खोया क्या पाया, उनकी नफरत ने तोड़े बहुत मेरी वफ़ा के घर।
Apnapan Sikha K Juda Ho Gae, Na Socha Na Samja Khafa Ho Gae, Duniya Me 1 Bar Humne Kisi Ko Apna Kaha Tha, Wo Bhi Logo Ki Bato Me AakarBewafa Ho Gaye...!!
Teri Yaado Me Roj Rota Hu Subha Hoti Hai Tab Me Sota Hu Ab Mujhe Din Ki Khabar Hai Na Raat Ki Ae Bewafa Teri YaaDO Me Is Tarha Khota Hu...!!
Unse Keh Dena Yaaro Ki Diya Hai Zakhm To Marham Ka Takalluf Na Kare....!!
Khubsurat kya kah diya unko... Hamko chod kar wo shise ki ho gayi.. Tarasha nahi to wo pathar jaisi thi... Tarash diya to khuda ho gayi.....!!
Zindagi Me Nahi Bhool Paane Waali Cheez.. Abb Tak Unka Pyaar Tha.. Lekin Abb Unka Diya Hua Gam Hai...!!!
Tumhay Jab Kabhi Milay Fursat, Mere DIL Se Bojh Utar Do...! Meri Jaaan....! Mai Bohat Dinoo Se Udaas Hoon, Mujhe Koi Shaam Udhar Do...…!!!
Jaam Apna Bhi Vish Ka Pyala Nikla, Pyaar Apna Bhi Duniya Se Nirala Nikla, Wah Ri Takdeer Jis Ko Chaha Dil Se, Wo Bhi Kisi Aur Ko Chahane Wala Nikla.....!!
दिल के कमरे में मुसाफ़िर ने दी दस्तक हम उन को फ़रिश्ते समझने लगे । देखा एक ख्वाब सुनेहरा हम उन को हकीक़त समझने लगे । ग़ैरों ने ऐसी पल्टी उनकी बात हमें तो अपने भी रुस्वा करने लगे ।
तेरी बातों की आदत यूँ हुईं दिल को, ज़िन्दगी को साँस लेने की फुर्सत न थी । तेरी बातों की किमत अब मालूम हुआ दिल को, जब ज़िन्दगी में साँसों की कोई जरूरत ही ना रही।
जब भी दिल ने तुम्हें याद किया, दिल मायूस होकर रो दिया । काश दिल भी इन फूलों के जैसे होते, एक बार टूटकर फिर खिल जाते ।
यूँ रहगुजर तू ऐ हमनवा रास्ते में हम जो मिल जाये कही । कुछ क़दम साथ चल देना चाहे फिर फासले रहे उम्र भर का ही सही ।
मोहब्बत का वादा किया था एक रोज़, उसने नफ़रत भी हमसे खूब निभाई । जिसे हम समझे ज़िन्दगी का हिस्सा, उसने बेवफाई भी हमसे खूब निभाई ।
सौ गुनाहो से परें, हमसे एक गुनाह हो गया; एक ज़िन्दगी जो थी हमारी, उसे तेरे नाम कर दिया । हम इस ज़िन्दगी में तो, अपना साथ न दे सके । काश तेरा साथ मिल जाता, तो यह राह आसान हो जातें ।
कुछ लम्हे यूहीं गुज़र जाते हैं तेरे हसीन यादों में । रात की खामोशी का यह समा काश गुज़रती तेरे बाहों में ।
Khayalo Me Aas Rehti Hogi, Nigaho Me Talash Rehti Hogi. Hume Pata H Apke Pas Kisi Chiz Ki Kami NHi, Lekin Hmare Msg K Bina Tabiyat Udas Rehti Hogi..
Nafrat Koi Kar Nahi Sakta Apke Pyar Ka Karz Koi Bhar Nahi Sakta Dil Ke Sabse Kareb Hai Apka Pyaar Apse Badkar Koi Pyara Ho Nahi Sakta…